मंच संचालन के लिए मजेदार चुटकुले। जी हां यदि मंच संचालन के समय बीच-बीच में श्रोताओं को कुछ हास्य व्यंग्य से संबंधित चुटकुले सुनाए जाएं तो माहौल में सरसता बनी रहती है और श्रोता बोर नहीं होते। इसलिए संचालक को हमेशा कुछ दिल को छू लेने वाले अंदाज में शायरियां चुटकुले कहने चाहिए जिससे कार्यक्रम में जान आ जाए।
मंच संचालन के लिए जितना ओजस्वी वाणी का होना जरूरी है उतना ही सही शब्दों का चयन करना भी। मंच संचालक के प्रत्येक शब्द पर हजारों लोगों के कान होते हैं इसलिए सोच समझकर और पूर्व तैयारी के साथ मंच पर उपस्थित होना होता है।
सभी लोगों को आकर्षित करने और उनका ध्यान खुद पर एकाग्र करने के लिए चुटकुला सबसे शानदार अभिव्यक्ति का माध्यम है। और यदि मंच हास्य व्यंग्य से संबंधित हो तब तो मंच संचालन करने वाले एंकर के भंडार में कुछ गुदगुदाने वाले हास्य के चुटकुले अवश्य होने चाहिए।
हम यहां पर कुछ मंच संचालन के लिए चुटकुले आपके साथ साझा किए जा रहे हैं जो आपको निश्चित ही हंसा कर लोटपोट कर देंगे। आप अपने मित्रों को सुना कर या शेयर करके उन्हें भी हंसने को मजबूर कर दे। मंच भले ही किसी भी तरह का हो आप इन्हें वहां सुनाकर वाहवाही लूट सकते हैं।
मंच संचालन के लिए यदि आप anual function script in Hindi में डाउनलोड करना चाहते हैं तो अब अपने मंच संचालन को यादगार बनाने के लिए आप मंच संचालन की स्क्रिप्ट यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
मंच संचालन स्क्रिप्ट एंड शायरी हिन्दी में।
🙏👍
संता को किसी समझदार आदमी ने बहुत ढंग से समझाया-पति पत्नी में कभी भी आपस में झगड़ा नहीं होता। कोई तीसरा होता है जो आग में घी डालने का काम करता है।
बस तभी से संता उस पंडित की तलाश में है जिसने उसके फेरे करवाए थे।😁
मंच संचालन चुटकुले :
SBI बैंक की ब्रांच में जब संता आधे घंटे तक सोता रहा तो मैनेजर ने आकर उसे उठाया।
संता बोला,-लाइए दीजिए।
मैनेजर-क्या?
संता-लोन।
मैनेजर- लोन? कैसा लोन?
“आप ही ने तो लिखा है।”संता ने सामने वाली दीवार की तरफ इशारा करके कहा जहां पर लिखा था-“यहां सोने पर लोन मिलता है।”😭
😁😁😁
भगवान को जितना दो, सूद समेत वापस लौटाते हैं।
बहुत दिनों से मेरे पास 50 रुपए का एक फटा पुराना नोट था जिसे चलाने के चक्कर में कई दुकानदारों से मैंने अपनी बेज्जती करवाई थी। कई बार जिसे चलाने के चक्कर में खुद के अंधा होने का अभिनय भी किया था मगर सब बेकार।
आखिर में मैंने 1 दिन मंदिर के सामने से गुजरते हुए सोचा चलो आज भगवान का दिया उन्हीं के चरणों में अर्पण कर दूं। भगवान इतनी दुनियादारी वाले तो हैं नहीं कि अपने भक्तों का फटा नोट स्वीकार न करें। भगवान भक्त के रुपए नहीं श्रद्धा देखते हैं और वैसे भी भगवान को कौन सा बाजार में सामान खरीदने जाना है।
दान पेटी में नोट डालने के बाद मैं श्रद्धावश भगवान के चरणों में झुक गया और जैसे ही खड़ा हुआ मेरे पीछे खड़े मुझसे भी बड़े महादानी सज्जन ने 500 का नोट मेरे हाथ में थमाया जिसे मैंने दान पेटी में डाल दिया।
“मेरी तो इतनी क्षमता है नहीं कि आपकी तरह भगवान के चरणों में 500 का नोट अर्पित कर सकूं, बस 50 रुपए की ही सामर्थ्य है।”उन सज्जन के सामने मैंने अपनी विवशता प्रकट की तो वे महानुभाव बोले-नहीं वह नोट मैंने आपको दान पेटी में डालने के लिए नहीं दिया था। नोट आपका ही था जो 50 का नोट निकालते समय आपकी जेब से गिर गया था।😭😭
👍☝️
मंच पर बिखरे हैं फूल। जिनके खिलने से मंच पर फिजां आ गई। मंच पर बिखरे फूलों के खिलने से फिजां आ गई।
हमने भी लगाए थे फूल। पर खिलने से पहले………….. बकरी खा गई।🙄
वाह। वाह। आपने इस महफिल में क्या शेर मारा कि सब तरफ वाह-वाह हो गई। आपने ऐसा शेर मारा कि सब तरफ वाह-वाह हो गई।
और जब हमने शेर मारा……… तो……….शेरनी विधवा हो गई।🐅
बंता बाजार में से गुजर रहा था तभी एक बिजली का तार उस पर टूट कर गिर गया। संता गिरकर जोर-जोर से बचाओ बचाओ चिल्लाने लगा। फिर धूल झाड़ कर खड़ा होता हुआ खुद से ही बोला, सुबह अखबार में लाइट कटिंग की खबर पढ़ी थी वह सही थी।😁
तो ये थे दोस्तों मंच संचालन के लिए कुछ बेहतरीन चुटकुले। यदि आपके पास भी ऐसे कोई चुटकुले हैं तो हमारे साथ अवश्य शेयर करें।यह भी पढ़ें,
मंच संचालन के लिए हिंदी में चुटकुले भाग-2
मंच संचालन के लिए यह पढ़ें,