पशु बीमा एजेंट कैसे बने? एनिमल इंश्योरेंस एजेंट।

पशु बीमा कंपनियों को पशुओं का बीमा करने के लिए लाइफ इंश्योरेंस के समान ही पशु बीमा एजेंटों की आवश्यकता होती है।आप चाहें तो इस क्षेत्र में पशु बीमा एजेंट बनकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। विभिन्न राज्य सरकारों के द्वारा पशु बीमा योजना चलाई जा रही है जिसके अंतर्गत पशुओं का बीमा करने के लिए पशु बीमा कंपनी को अधिकृत किया जाता है।

पशु बीमा एजेंट

पशु बीमा एजेंट कैसे बने: पशुओं का बीमा एजेंट बनने के लिए पशुओं के बारे में थोड़ी बहुत सामान्य जानकारी रखने के साथ-साथ बीमा विषयक प्रावधानों और नियमों का जानकार होना जरूरी है। पशु बीमा एजेंट बनने के लिए कोई विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं होती। यदि आप जनरल इंश्योरेंस एजेंट है तो भी पशुओं का बीमा कर सकते हैं।

पशु बीमा एजेंट जरूरी जानकारी

यदि आप पशुओं का बीमा एजेंट बनना चाहते हैं तो आपको पशुओं के बारे में तथा ग्रामीण परिक्षेत्र का ज्ञान होना आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्र के युवा पहले से ही पशुओं के बारे में बहुत सारी सामान्य जानकारियां रखते हैं इसलिए वे एनिमल इंश्योरेंस एजेंट के रूप में बेहतर कार्य कर सकते हैं।

पशु बीमा कंपनियां भी ग्रामीण क्षेत्र के युवकों को रोजगार के रूप में पशु बीमा एजेंट बनने का अवसर देती हैं। पशु बीमा कंपनियां युवाओं को प्रति पशु के बीमा तथा बीमा शुल्क के आधार पर कमीशन देती हैं।

पशु बीमा कंपनियां बीमा एजेंटों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बीमा विषयक प्रावधानों से अवगत कराने के बाद बीमा क्षेत्र में काम करने के बदले में उनकी योग्यता और कुशलता अर्थात वे जितना अधिक बीमा कंपनी के लिए आय अर्जित करते हैं, उसके आधार पर बोनस और कमीशन का निर्धारण करती हैं।

पशु बीमा एजेंट बनने के लिए आपको निम्न जानकारियां होना अत्यंत आवश्यक है।

पशुओं के बारे में जानकारी

ग्रामीण क्षेत्रों में गाय भैंस बकरी ऊंट एवं भेड़ पालन किया जाता है। मुख्य रूप से इन्हीं का बीमा किया जाता है। कुछ विशेष किस्म की नस्लों के पशुओं की कीमत काफी अधिक होती है इसलिए पशुपालन कर्ता जोखिम से बचने तथा सुरक्षा कवर प्राप्त करने के लिए इन पशुओं का इंश्योरेंस करवाते हैं।

कई बार दुर्घटनावश या किसी प्राकृतिक बीमारी की वजह से पशुओं की मृत्यु हो जाती है, जैसे कि हाल ही में लंपी बीमारी से कई राज्यों में गायों की दर्दनाक मौत हो रही है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए पशु पालक पशु का इंश्योरेंस करवाते हैं।

शहरी क्षेत्रों में प्रायः लोग कुत्ते आदि पालते हैं। कई बैंक लोगों के पालतू डॉग का एनिमल इंश्योरेंस करते हैं। विदेशी किस्म के पालतू डॉग बहुत महंगे होते हैं और इनके इंश्योरेंस के लिए भी अच्छी खासी रकम खर्च करनी पड़ती है।

पशु बीमा एजेंट के लिए कंपनी उसी उम्मीदवार का चयन करती है जो पशुओं के बारे में अधिक से अधिक जानकारी रखता है।अपने परिक्षेत्र के पशुओं की उनकी उम्र, बीमारियों तथा पशुओं की कीमत का आपको अच्छे से ज्ञान होना चाहिए।

पशु बीमा एजेंट के लिए योग्यता

पशु बीमा एजेंट बनने के लिए कम से कम 10 वीं या 12वीं क्लास उत्तीर्ण होना आवश्यक है। संबंधित बीमा कंपनी के द्वारा निर्धारित योग्यता होना जरूरी है।

पशु बीमा एजेंट को कंपनी के नियम तथा पशु बीमा नियमों की जानकारी के लिए आवश्यक समझ होनी चाहिए जिससे वह पशुपालकों को पशु बीमा कराने के लाभ एवं प्रक्रिया के बारे में आसानी से समझा सके।

पशु बीमा नियमों की जानकारी

उम्मीदवार का चयन करने के बाद बीमा कंपनी द्वारा एजेंट बनने वाले उम्मीदवार को पूर्व प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण कुछ घंटों या दिनों का होता है।

इस पशु बीमा प्रशिक्षण में उम्मीदवार को बीमा कंपनी द्वारा किन जानवरों का बीमा किया जाता है और किस पशु के बीमा की प्रीमियम राशि कितनी है आदि जानकारी दी जाती है। हालांकि बीमा करने से पूर्व पशुओं की पशु चिकित्सक द्वारा जांच की जाती है और स्वस्थ होने पर ही पशु का बीमा किया जाता है।

पशुओं की उम्र तथा स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं पशुओं के जीवन स्तर के बारे में प्रशिक्षण में उम्मीदवार को समझाया जाता है और इससे संबंधित बुकलेट भी दी जाती है।

बीमा परीक्षा में उत्तीर्ण होना

बीमा एजेंट का फाइनल सिलेक्शन करने से पूर्व बीमा कंपनी के अधिकारियों द्वारा एक परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमें पशु बीमा एजेंट बनने वाले व्यक्ति को कंपनी द्वारा निर्धारित न्यूनतम प्राप्तांक प्राप्त कर उत्तीर्ण होना आवश्यक होता है।

इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही यह निश्चित किया जाता है कि बीमा एजेंट बनने वाले व्यक्ति में कितनी दक्षता है या वह बीमा शर्तों और नियमों के अधीन किसी पशु का अच्छी तरह से बीमा करने में मददगार होगा।

पशु बीमा एजेंट के कार्य

पशु बीमा एजेंट को सामान्य तौर पर पशु बीमा क्षेत्र में कार्य करने के लिए निम्न कार्य करने होंगे।

पशु पालको से सम्पर्क करना

एक बीमा एजेंट को अपने कार्य को बढ़ाने के लिए और अपनी तथा बीमा कंपनी की प्रगति के लिए पशुपालकों से निरन्तर सम्पर्क कर अपने बहुमूल्य पशुओं का बीमा करवाने तथा पशु बीमा प्रीमियम समय पर भरने के लिए आग्रह और प्रेरित किया जाना चाहिए।

पशु बीमा एजेंट को हमेशा पालतू और महंगे पशुओं के बीमा पर अधिक ध्यान देना चाहिए क्योंकि इनकी प्रीमियम राशि अधिक होती हैं और कंपनी को अधिक पशुओं का बीमा और अधिक प्रीमियम राशि प्राप्त होती है तो है बीमा एजेंट को कमीशन और बोनस लाभ भी अधिक देती है।

पशुपालक भी अधिक महंगे पशुओं का बीमा करवाना आवश्यक और लाभदायक समझते हैं क्योंकि थोड़ी अधिक प्रीमियम राशि पर भी उन्हें रिस्क कवर मिल जाता है। महंगे पशुओं को खरीद कर उनसे आय अर्जित करना सभी चाहते हैं परंतु आने वाली जोखिम से भी बचना चाहते हैं क्योंकि महंगे पशुओं की मृत्यु आदि होने पर उन्हें अधिक हानि उठानी पड़ती है। पशुपालक अपने महंगे पशुओं का बीमा करवाने के लिए जल्दी तैयार हो जाते हैं।

बीमे के लिए पशुओं की जानकारी जुटाना

बीमे के लिए नामित किए गए पशु की स्वास्थ्य संबंधी तथा उम्र आदि की जानकारी एजेंट को होनी चाहिए।पशु की उम्र और स्वास्थ्य तथा कीमत के आधार पर बीमा राशि का निर्धारण किया जाता है इसलिए एजेंट को यह सब जानकारी प्राप्त होने के बाद ही संबंधित पशुओं का बीमा करने की कार्यवाही प्रारंभ करनी चाहिए।

पशुओं के स्वास्थ्य आदि संबंधी जानकारी किसी योग्य पशु चिकित्सक से प्रमाणित करवा कर उसका सर्टिफिकेट बनवाना चाहिए। पशु की उसके मालिक के साथ फोटो खींचकर एक फाइल बनानी चाहिए जिसमें पशु और मालिक का पूरा विवरण अंकित हो। इस फाइल में पशु की उम्र, स्वास्थ्य जांच तथा पशु की नस्ल आदि की संपूर्ण जानकारी दर्ज होनी चाहिए।

पशु की आकस्मिक मृत्यु होने पर पशु मालिक को पशु की बाजार प्रचलित दर के अनुसार क्लेम का भुगतान किया जाता है।यह राशि इस आधार पर निश्चित की जाती है कि मरने से पूर्व स्वस्थ अवस्था में पशु की कितनी कीमत रही होगी?

सरकारी पशु बीमा योजना

राज्य सरकारों द्वारा केंद्र के द्वारा प्रवर्तित पशु बीमा योजना के अनुसार पशु बीमा योजना में केंद्र द्वारा राज्य सरकारों को अनुदान और सहायता प्रदान की जाती है जिसमें प्रीमियम राशि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा भुगतान की जाती है। कुछ राज्यों में पशु पालक द्वारा कोई भुगतान नहीं किया जाता और संपूर्ण राशि सरकार द्वारा वहन की जाती है जबकि कुछ क्षेत्रों में पशुपालक किसान को भी कुछ प्रतिशत राशि वहन करनी होती है।

इसलिए आप अपने प्रदेश कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही पशुधन बीमा योजना की पूर्ण जानकारी प्राप्त कीजिए और पशुपालकों को यह बताइए कि अपने पशुओं का बीमा करवाने पर उन्हें कितनी राशि सरकार से मिलेगी और कितनी प्रीमियम राशि खुद को देनी पड़ेगी तथा संबंधित पशु की नस्ल के आधार पर कीमत और प्रीमियम राशि के बारे में भी बताएं।

कुछ राज्यों में पशुधन बीमा योजना सरकार की तरफ से बिल्कुल फ्री है तो ऐसे में आप पशु बीमा एजेंट बनकर अधिक पशुओं का बीमा कर सकते हैं क्योंकि पशुपालक निशुल्क पशुधन बीमा योजना का लाभ अवश्य लेंगे परंतु जानकारी के अभाव में यह नहीं कर पाते हैं।

सरकार द्वारा चलाई जा रही पशुधन बीमा योजना में पशु बीमा का कार्य प्राइवेट एजेंट को ही दिया जाता है और उन्हें इस पर कमीशन मिलता है।

पशु बीमा एजेंट सैलेरी और योग्यता

सामान्य तौर पर किसी भी बीमा एजेंट को मिलने वाली सैलरी और बोनस तथा कमीशन आदि उसके द्वारा किए गए बीमा संख्या, प्रीमियम राशि और कुल बीमा राशि तथा जोखिम आदि पर आधारित किए जाते हैं।

पशुओं का बीमा एजेंट बनकर आप अधिक से अधिक कीमत वाले पशुओं का बीमा करके और बीमा कंपनी को अधिक प्रीमियम राशि और बीमा क्लेम के भुगतान से बचाकर अधिक कमीशन और बोनस लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आप सरकारी योजना के तहत किन्हीं पशुओं का बीमा कर रहे हैं तो भी सरकार के द्वारा एक निर्धारित प्रीमियम राशि का भुगतान किया जाता है, यदि संबंधित पशु जोखिम पूर्ण है तो उसका भुगतान कंपनी के द्वारा ही किया जाता है इसलिए जोखिम पूर्ण भुगतानों का यदि अधिक क्लेम दिया जाता है तो कंपनी संबंधित बीमा एजेंट को जिम्मेदार समझती है।

पशु बीमा एजेंट बनने के लिए क्या करें

पशु बीमा एजेंट बनने के लिए आपको विभिन्न पशु बीमा कंपनियों में पशु बीमा एजेंट बनने के लिए आवेदन करना चाहिए।पशु बीमा एजेंट बनने के लिए आवेदक शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास तथा ग्रामीण क्षेत्र में 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होने के साथ-सथ भारत का नागरिक होना चाहिए तथा उम्र 18 वर्ष होना आवश्यक है।

बहुत सारी प्राइवेट पशु बीमा कंपनी इस क्षेत्र में उतर रही हैं जिनमें कुछ प्राइवेट बैंक भी पशु बीमा करने के लिए उत्साहित हैं उन पशु बीमा कंपनियों के कुछ लिंक हम दे रहे हैं जहां पर आप पशु बीमा और उस में आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

राजस्थान और उत्तर क्षेत्र के पशुओं का बीमा करने के लिए राजस्थान सरकार और जापान सरकार के द्वारा एक निगम का गठन किया गया है जो पालतू पशुओं का बीमा करती है। आप इसकी वेबसाइट पर जाकर संपूर्ण जानकारी का अवलोकन कर सकते हैं।

इसी तरह कुछ प्राइवेट बैंक जैसे एच डी एफ सी और अन्य बैंक भी पालतू पशुओं का बीमा करते हैं। इनमें से कुछ बैंक पालतू पशुओं जैसे डॉग हाथी आदि का भी बीमा करते हैं जो कि शहरी क्षेत्र में ज्यादा पाए जाते हैं। पर्यटन के लिए हाथी घोड़े आदि का व्यवसाय करने वाले व्यक्ति अपने पशुओं का बीमा करवाते हैं।

अभी पशुओं का बीमा करने के बारे में ज्यादा जागरूकता नहीं आई है परंतु फिर भी आप देख सकते हैं कि प्राइवेट कंपनियां और प्राइवेट बैंक पालतू पशुओं का बीमा करते हैं।

पशु बीमा एजेंट के लिए निर्धारित प्रक्रिया:

पशुओं का बीमा एजेंट बनने के लिए आप बीमा कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर अपनी संपूर्ण जानकारी अपलोड करें और उनके जवाब का इंतजार करें फिर भी प्राय निर्धारित प्रक्रिया यह रहती है।

  • अपनी निर्धारित योग्यता 10वीं या 12वीं कक्षा की अंक तालिका
  • जन आधार या भामाशाह कार्ड
  • आधार कार्ड
  • अपनी नई फोटो
  • निवास प्रमाण पत्र
  • उपलब्धि प्रशिक्षण
  • आईआरडीए द्वारा प्राप्त बीमा विषयक प्रशिक्षण
  • अन्य कोई योग्यता हो तो।

हालांकि बीमा कंपनियां किसी भी तरह का बीमा एजेंट बनाने के लिए पूर्व प्रशिक्षण को ज्यादा महत्व देती हैं जो कि बीमा विनियामक और बीमा विधायक संस्थान द्वारा दिया जाता है परंतु यदि आपको पूर्व में कोई परीक्षण प्राप्त नहीं है तो भी आप पशु बीमा एजेंट बन सकते हैं।

पशु बीमा एजेंट कैसे बने: यह सामान्य जानकारी हमने आपके लिए लिखी हैं परंतु यदि आप इस संबंध में और जानकारी चाहते हैं तो संबंधित साइट पर विजिट करें।अभी पशुओं का बीमा करने की प्रक्रिया बहुत कम है परंतु यदि आप ग्रामीण क्षेत्र से हैं तो इस योजना से अधिकाधिक लाभ उठा सकते हैं।

पशु बीमा कंपनी

शहरों में भी हालांकि पशुओं का बीमा किया जाता है परंतु शहरों में अभी पालतू जानवर जैसे डॉग और विभिन्न नस्ल के मात्र घर में पालतू जानवरों का ही बीमा किया जाता है परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में गाय भैंस घोड़ा सभी जानवरों का बीमा किया जाता है इसलिए आप कंपनी के द्वारा प्रायोजित योजना को समझें और उसके अनुसार इसका लाभ उठावे।

एनिमल इंश्योरेंस कंपनी

पशु बीमा एजेंट बनने के लिए इस कंपनी पर जाकर अपने आवेदन कर सकते हैं और यहां पर संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर आवेदक के लिए निर्धारित योग्यता एवं नियम तथा शर्तों का पूर्ण अवलोकन करने के बाद आवेदन कर सकते हैं।

कुछ बैंक या बीमा कंपनियों के द्वारा पालतू जानवरों की मृत्यु होने पर ही नहीं बीमार होने पर भी उनके इलाज के लिए सर्जरी आदि पर पैसे का भुगतान भी किया जाता है। इसमें मृत्यु के अलावा यह अतिरिक्त सुरक्षा कवर भी शामिल है।

खास तौर पर पालतू कुत्तों के लिए बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस कंपनी उनके सर्जरी और हॉस्पिटलाइजेशन के लिए पेट डॉग इंश्योरेंस पॉलिसी करती है।

पशु बीमा एजेंट बनने के लिए आप इन पशु बीमा कंपनियां या बैंको की बीमा पॉलिसी के अंतर्गत बीमा एजेंट भर्ती सेक्शन में जाकर संपूर्ण जानकारी सर्च कर सकते हैं और पशु बीमा एजेंट कैसे बने? इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।

11 thoughts on “पशु बीमा एजेंट कैसे बने? एनिमल इंश्योरेंस एजेंट।”

  1. मे पशु बीमा एजेंट के रूप में काम करने के लिए तैयार हूं

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