7th Pay से वेतन निर्धारण करने का आसान तरीका।वेतन लेवल चार्ट एवं तालिका

7 वें वेतन आयोग से वेतन निर्धारण की तालिका: नमस्कार दोस्तों. आज की इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा कि एक सरकारी कर्मचारी का वेतन 7th pay commission के अनुसार कैसे निर्धारण किया जाता है?7वें वेतन की Pay level एवं Pay matrix क्या है ? मूल वेतन क्या है ?महंगाई भत्ता क्या है? आवास भत्ता कैसे निर्धारित किया जाता है.

इस लेख में हम जानेंगे कि 7 वें वेतन आयोग के अनुसार एक नवनियुक्त कर्मचारी को सातवें वेतन आयोग के लेवल चार्ट एवं सातवें वेतन आयोग की किस पे मैट्रिक्स के तहत कितना वेतन मिलता है।

सातवें वेतन आयोग निर्धारण फार्मूला

7 वें वेतन आयोग में केंद्र एवं राज्य सरकार में कार्यरत लोक सेवकों को विभिन्न पद श्रेणियों के अनुसार वेतन लेवल में वर्गीकृत किया गया है। और उनके वेतन लेवल के अनुसार पे मैट्रिक्स टेबल का निर्धारण किया गया है, जिससे यह निश्चित होता है कि किस कर्मचारी को कितना बेसिक वेतन मिलेगा। इस बेसिक वेतन पर महंगाई भत्ते, आवास किराया एवं अन्य विभिन्न भत्तों को मिलाकर ग्रॉस इनकम का निर्धारण किया जाता है और उसमें से विभिन्न कटौतियां करके कर्मचारी को प्रति माह मिलने वाला वेतन निर्धारित किया जाता है। तो इस लेख में हम 7 वें वेतन लेवल चार्ट तथा पे मैट्रिक्स का अध्ययन करेंगे।

राजकीय सेवा के आरंभ में कर्मचारी को कितना वेतन देय है how much salary a fresher employee in government job? ये सब सातवें वेतन आयोग के द्वारा किस तरह से निर्धारित किया गया है यह जानेंगे।
मित्रों जो पहले से ही राजकीय सेवा में कार्यरत एवंं अनुभवी हैं वे वेतन गणना करना अच्छी तरह से जानते हैं मगर जो सरकारी सेवा में नए join करतेे हैं वे अक्सर पूछतेे रहते हैं कि उनका प्रारंभिक वेतन कितना होगा.मंहगाई भत्ता कितना होगा,आवास किराया किस दर से देय होगा, या हम जिस पद पर नियुक्त हुए हैं कुल मिलाकर उसमें हमें कितना वेतन मिलेगा और भविष्य में इस वेतन में कितनी वृद्धि होगी? यह सब 7 वें वेतन आयोग के वेतन लेवल चार्ट एवं पे मैट्रिक्स टेबल का अध्ययन करने पर सब सवालों के जवाब आपको यह पोस्ट पढ़ कर पता चल जाएगा।

7 वें वेतन आयोग वेतन निर्धारण

7th pay commission लागू होने के बाद से वेतन सम्बन्धी नये नियम Revised Pay Rules 1 January 2016 से निर्धारित कर दिए गए हैं. अब कर्मचारियों के वेतन की गणना 7 वें वेतन आयोग के नए नियमों के अनुसार की जाती है।

पहले 6 वें वेतन आयोग में Pay Bands और Grade Pay के आधार  पर Enter Pay या मूूल वेतन/आधार वेतन तय किया जाता था।
पहले इस तरह से था
Pay Bands.             Gradepay         Enter Pay
1-5200-20200.             1800.                7000
2-9300-34800.               4800.               18150

जिससे एक ही Pay Band में कई ग्रेड पे होती थी.यह ग्रेड पे विभिन्न पदों के आधार पर तय की हुई थी परंतु सातवें वेतन आयोग ने सभी ग्रेड पे को आधार बनाकर Level के अनुसार Pay matrix का चार्ट बना दिया है जिससे वेतन प्रक्रिया को समझना और भी आसान हो गया है. 7 वें में आयोग ने Grade Pay आधार पर जो Levels बनाए हैं उन्हें नीचेे के चार्ट से समझें।

7th Pay Commission Pay Level Chart 

7th pay commission Pay Level

इस चार्ट से आप आसानी से समझ सकते हैं जैसे Pay Band-1 के ग्रेड पे वाले पदों को लेवल 1 से लेवल 5 तक का क्रमांक दिया गया है. इसी तरह सभी पदों को लेेेवल 1से  लेवल 18 तक का क्रमांक निर्धारित किया गया हैै. जैसे 1800 ग्रेड पे को लेवल 1 निर्धारित किया है.1800 ग्रेड पे का सामान्यतया चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद होता है तो इस पद का वेतन देेेखने के लिए हम पे मैट्रिक्स में Level-1को  देेेंखेेेगे। वेतन स्लैब या पे मैट्रिक्स नीचेे दी गई है

7 वें वेतन आयोग की वेतन तालिका Pay Matrix

7 वें वेतन आयोग की तालिका

आगेेे क्रमशः
7th pay commission Pay Matrix
तो अब सातवें वेतन आयोग की पूरी पे मैट्रिक्स आपके सामने है इसमें देखकर आप पता लगा सकते हैंं कि आपका आरंभिक मूल वेतन क्या होगा।

मूूूल वेतन क्या है

मूल वेतन यानि Basic Salary या आधार वेतन.मूल वेतन वह राशि होती है जिस पर एक निश्चित दर से महंगाई भत्ते(D.A.) ,आवास किराया(H.R.A.), यात्रा भत्ता(T.A.) आदि की गणना की जाती है. सरल शब्दों में कह सकते हैं कि मूल वेतन वह राशि है जिसमें अन्य भत्ते आदि सम्मिलित नहीं होते बल्कि Basic Salary के Base पर ही एक कर्मचारी को देय वेतन का निर्धारण किया जाता है

मान लीजिए कोई एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है जिसकी ग्रेड पे 1800 रुपए है तो उसका लेवल एक के अनुसार मूल वेतन हुआ ₹18000. अगले साल वेतन वृद्धि मिलनेे पर यह होगा ₹18500. उससे अगले वर्ष वेतन वृद्धि मिलने पर उसका वेतन हो जाएगा 19100 रुपए.

दूसरा उदाहरण, मान लीजिए कोई प्रथम श्रेणी अध्यापक (स्कूल व्याख्याता) है तो उसकी ग्रेड पे 4800 केे अनुसार उसका लेवल हुआ L-8 जिसका प्रारंभिक वेतन 47600 है यह क्रमशः वेतन वृद्धि मिलने पर 49000, अगले वर्ष 50500 होगा।

तो इस प्रकार ऊपर दी गई Pay Matrix Slab में देखकर आप अपने मूल वेतन की गणना कर लें. आप जिस पद पर कार्यरत हैं वह कौन से लेवल में है। उस लेवल में दी गई पे मैट्रिक्स में आप का मूल वेतन होगा।

महंगाई भत्ता क्या है

कर्मचारी को वेतन वृद्धि (Salary Increment) एक साल में मिलती है परंतु महंगाई बढ़ जानेे से कर्मचारी को प्राप्त वेतन का मूल्य गिर जाता है. कर्मचारी बढ़ती महंगाई में भी जीवन स्तर को बनाए रखें तथा उसे आर्थिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए सरकार केे द्वारा Dearness Allowance (महंगाई भत्ते) की घोषणा की जाती है।
महंगाई के स्तर बढ़ जाने पर प्रायः साल मेंं दो बार सरकार द्वारा मार्च एवं सितंबर माह में  D.A. की घोषणा की जाती है जो January एवं July माह से देय होता है.

महंगाई भत्ते की गणना

महंगाई भत्ते की दर सरकार द्वारा प्रत्येक 6 माह पर Revised की जाती है वर्तमान में यह दर 34 प्रतिशत है. महंगाई भत्ते की गणना मूल वेतन पर की जाती है जैसे किसी का मूूूल वेतन है 25500 रुपए तो उसका महंगाई भत्ता 25500 का 34 प्रतिशत अर्थात 8670 रुपए होगा।

आवास किराया भत्ता

सरकार द्वारा आवास किराया की तीन श्रेणियां निर्धारित हैं पद स्थापित स्थान के अनुसार यह 8,16 एवं 24 प्रतिशत है। यह भी मूल वेतन के अनुसार देय है. अधिक जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़ें। वर्तमान में महंगाई भत्ता 25% से ऊपर हो गया है इसलिए कर्मचारियों को यह विभिन्न श्रेणी के अनुसार 9,18 तथा 24 प्रतिशत दिया जा रहा है।जब कर्मचारी का महंगाई भत्ता 50% के स्तर पर पहुंच जाएगा तो यह आवास किराया भत्ता क्रमशः 10,20 30 प्रतिशत दिया जाएगा।

House rent allowance in 7th pay commission

यात्रा एवं अन्य भत्ता

कई कर्मचारियों को उनकी राजकीय Service Category (सेवा श्रेणी) के अनुसार अन्य प्रकार के Allowances दिए जाते हैं जो उनके वेतन में जोड़े जाते हैं

कटौतियां

कर्मचारी के वेतन में से कुछ निर्धारित कटौतियां (Deduction of Salary) की जाती हैं जिन का लाभ कर्मचारी को उसकी सेवानिवृत्ति(Retirement) पर दिया जाता है

NPS खाते में कटौती

NPS यानि National Pension System
नई अंशदाई पेंशन योजना जो सरकार ने वर्ष 2004 से लागूू की है उसके अंतर्गत कर्मचारी के मासिक वेतन से कटौती की जाती है.यह कर्मचारी के मूल वेतन और महंगााई भत्ते को मिलाकर Basic Salary + Dearness Allowance का 10 प्रतिशत काटा जाता है।

बीमा खाता में कटौती

कर्मचारी के वेतन में से एक निश्चित राशि की Insurance खाते में कटौती की जाती है प्रत्येक कर्मचारी का एक Insurance Account होता है जिसमें सरकार कर्मचारी एवं उसके परिवार को अनेक Facility देती है. State Insurance कटौती क्या है।इसके क्या फायदे हैं यह जानने के लिए यह पोस्ट पढ़िए

SI -State Insurance New Slab एस आई कटौती कैसे बढ़ाएं

7 वें वेतन आयोग में वेतन निर्धारण करने का आसान फॉर्मूला

तो आइए दोस्तों अब जानते हैं, वेतन निर्धारित करनेे का आसान फार्मूला
ऊपर दी गई 7th Pay Commission की Pay matrix से अपना मूल वेतन(basic salary) ज्ञात करना आपनेेे समझ लिया है. अब अपना वेतन (full salary) ज्ञात करने का आसान तरीका है-
मूल वेतन +महंगाई भत्ता + आवास किराया=कुल वेतन

कुल वेतन-NPS राशि-बीमा राशि-अन्य राशि other deduction=शुद्ध मिलने वाला वेतन यानी net salary

वह राशि जो आपके खाते मेंं जमा होती है। यह 7 वें वेतन आयोग में वेतन निर्धारण करने का आसान फार्मूला है।

 इसे एक उदाहरण द्वारा आसानी से समझा जा सकता है, मान लीजिए मेरा मूल वेतन 35400 रुपए है. इस मूल वेतन पर मिलने वाले अन्य भक् की गणना करके
अब मूल वेतन में जोड़ा जाना है। इस मूल वेतन 35400 पर महंगाई भत्ते की वर्तमान दर 34 प्रतिशत सेे गणना करने पर हुआ-12036 रुपए.
आवास किराया मूल वेतन के 9 प्रतिशत की दर से होगा-3186 रुपए.
अब कुल आय की गणना इस प्रकार कीजिए
मूल वेतन+महंगाई भत्ता+आवास किराया+अन्य भत्ता
35400+12036+3186=50622
यह सकल आय (Gross Salary)हुई यदि कोई अन्य भत्ता मिलता हो तो उसे भी गणना में जोड़ देना चाहिए
इसके बाद इसमें से कटौती घटाइए. सबसे पहले इसमें एनपीएस, मूल वेतन + महंगाई भत्ता का 10 प्रतिशत अर्थात 35400+12036=47436 का 4743  घटाएंगे।
मान लीजिए मैं बीमा खाते में ₹2000/Per Month जमा कराता हूं तो कुल कटौती इस प्रकार होगी
कुल आय-NPS राशि-बीमा राशि=Net Salary
47436-4743-2000=40693
इसके अलावा यदि सरकार के द्वारा आपके लिए कोई मेडिक्लेम पॉलिसी या पेंशन आदि अन्य फंड में कोई कटौती की जाती है तो वह भी 7 वें वेतन आयोग के वेतन निर्धारण फार्मूले के तहत कटौती की जाती है, इसके बाद जो शुद्ध राशि बचती है, जिसे हम Net Salary कहते हैं।
यह वह वेतन राशि salary amount है जो सभी कटौतियों के बाद कर्मचारी के खाते Bank Account में आती है
तो इस प्रकार Friends, सातवें वेतन आयोग की New Pay matrix के द्वारा अपना मूल वेतन को simple way में जानना, महंगाई भत्ता एवं आवास किराया की गणना करना और अपना वेतन निर्धारण करना आपने समझ लिया होगा. वैसे तो आप 7 वें वेतन आयोग वेतन तालिका में Pay Level एवं Pay matrix की सहायता से आसानी के साथ अपना वेतन निर्धारण कर सकते हैं फिर भी इसके संबंध में आपका कोई सवाल है तो अवश्य लिखें. धन्यवाद।

यह भी पढ़ें

3 thoughts on “7th Pay से वेतन निर्धारण करने का आसान तरीका।वेतन लेवल चार्ट एवं तालिका”

  1. सर में मार्कफेड में काम करता हु ओर मेरा बेसिक 42700 है जो कि लेवल 10 के अनुसार है और 6th पे अनुसार 4200 ग्रैड पे है 7th पे में मुझे जुलाई में 1 वर्ष पश्चयात कितना वेतन मिलेगा कृपया detail में बताने का कष्ट करें

    Reply
    • राज्यों में वेतन पे मैट्रिक्स एवं लेवल अलग-अलग हैं।एक वर्ष बाद आपको एक इंक्रीमेंट से वर्तमान बेसिक पे की अगली स्टेज की बेसिक+उस समय का डीए+HRA से कुल वेतन बनेगा।

      Reply
  2. ÌJoined in postal as Postal Assttin 1997 Iwas retired compulsurily on 31/5/2006 . The hbl CAT orderd reinstat on 17/9/2014.But after writ and reviev in hbl HC had dismissed the deptt cause and implemented on the basis CAT order. Then after contempt i joinedon 11/01/2022.At this date till now salary is B P 25500 pm that is illigal .Pl give me calculation as per rulesalary on 11/01/22.

    Reply

Leave a Comment