Annual Function Poems:वार्षिक उत्सव पर मंच संचालन के लिए कविता

आपके स्कूल के annual function के लिए Hindi poems का कलेक्शन। Annual function poems in Hindi.वार्षिकोत्सव पर कविता मंच संचालन हेतु कविता।

वार्षिकोत्सव पर कविता गाने का अपना महत्व है। वार्षिक उत्सव में कविता को शानदार तरीके से पेश करके श्रोताओं की वाहवाही लूट सकते हैं। हमने यहां पर कुछ शानदार annual function poems को हिंदी में प्रस्तुत किया है जिनको एनुअल फंक्शन में आप सुना सकते हैं।

यह annual function poems मेरी अपनी लिखने की उपज है। इन्हें कहीं से चुराया नहीं गया है। यह शानदार मौलिक वार्षिक उत्सव कविता आपके लिए educationmemory.com पर प्रस्तुत है।

Annual Function shayari. एनुअल फंक्शन के लिए शायरी

वार्षिक उत्सव सामूहिक कविता

हैप्पी-हैप्पी एनुअल फंक्शन।

जीवन के हर मोड़ पर…

मुश्किलों के हर छोर पर। हम देंगे एक दूसरे का साथ। आओ मिलकर चले। थाम लो एक दूसरे का हाथ।

हर धर्म से हमारा नाता है। सबके कर्मों का भाग्य विधाता है। मुश्किलों के दौर में एक इंसान ही… दूसरे के काम आता है।

हैप्पी हैप्पी एन्यूल फंक्शन।

Annual Function Welcome poems

वार्षिक उत्सव के इस पावन अवसर पर

जीवन मार्ग दिखाने वाले गुरुजनों को नमन करता हूं।

गुरु का ज्ञान हमें, ज्ञान नहीं अभिमान देता है।

इस जीवन में ऊपर उठने का, छाती चौड़ी कर

आगे बढ़ने और गर्दन शेर की तरह अकड़ आने की

हिम्मत और सारा सामान देता है।

गुरु हमें ज्ञान नहीं, कर्तव्य मार्ग पर

चलना सिखाता है।

जो औरों के लिए रोशन हो कर मिट जाए

वह मशाल बनाता है।

पैरों पर चलना हमें सिखाया

हमारी माता पिता ने।

गुरु हमें पत्थरों पर चलना सिखाता है।

गुरु हमें ज्ञान नहीं, विश्व दर्शन दिखाता है।

गुरु तो वह ज्ञान का सागर है जो अंधेरों में भी हमें रास्ता दिखाता है। गुरु वह पारस है जो पत्थर को भी कंचन बनाता है।

इसलिए गुरु को आज मैं वंदन करता हूं। गुरु की महिमा के आगे मैं नतमस्तक करता हूं।

जो आए हैं प्रतिभाशाली पूर्व विद्यार्थी

एनुअल फंक्शन में। मैं उनका अभिनंदन करता हूं।

आज हमारे यहां पर बहुत सारे वह विद्यार्थी पधारे हैं जो कभी इस स्कूल या कॉलेज में पढ़ा करते थे और आज जिन्होंने दुनिया भर में अपना नाम रोशन किया है। आज उन सब प्रतिभाशाली हस्तियों के लिए 2 पंक्तियां कहता हूं कविता के रूप में।

आप तो बचपन से ही थे होनहार। कि आप तो बचपन से ही थे होनहार। हमारा भाग है जो आप पहुंचे हमारे द्वार।

आपकी काबिलियत को आसमान छू नहीं सकता। आपने जो हासिल किया है, उसे कोई भूल नहीं सकता।

खुशी हुए हम आपके चरण पवन यहां पधारे। आपकी खुशियों में हमारे बुलंद हैं सितारे। आप हैं हमारे हो गए बुलंद सितारे।

हर अच्छे मौसम और अच्छी चीज में एक ख्वाब देखा जाता है इसलिए हमने इस वार्षिक उत्सव के पावन उत्सव पर इस विद्यालय के पुराने स्टूडेंट्स को यहां पर आमंत्रित किया है जिन्होंने इस विद्यालय में बड़ा योगदान दिया है।

यहीं पर खेले बड़े हुए। भूल नहीं सकते इस मिट्टी को। हां जी यहां पर आए हैं तो भूल नहीं सकते पुरानी चिट्ठी को।

यही है वह जगह जहां पर हमें आजादी थी। बाकी तो सब उल्फत थी और बाकी बर्बादी थी।

बचपन के उन दिनों की मैं याद करता हूं।

वह हंसना खेलना। बात-बात में रूठना। वह हकीकत नहीं था। हकीकत यह है कि….. आज हम आदमी हैं। और आदमी सोचता है।

कि आदमी सोचता है…

कभी खिलौनों से खेले हम। कभी अकेले रहे हम।

कभी दोस्त रूठे। तो कभी दोस्तों के झमेले से कम।

कभी दोस्तों ने रुला दिया। कभी दोस्तों ने हमें बहुत दिया।

वह दोस्त ही क्या जो हमें याद नहीं करता। मैं उसको लानत भेजता हूं क्योंकि वह हमें बर्बाद नहीं करता।

दोस्ती फिर बिगड़े और सलामत रहे यही फरियाद करता हूं।

सभी को एनुअल फंक्शन की मुबारकबाद।

एन्यूअल फंक्शन के लिए कविता: मेरा भारत महान

जो विश्व गुरु है। जो धर्मगुरु है।

जो हर धर्म से आगे होकर बन गया हिंदुस्तान।

वो मेरा भारत देश है महान।

जहां सब धर्मों के लोग मिल जुल कर रहते हैं।

जहां सबसे पहले धर्म की जगह तिरंगे की शान है।

साजिश रचने वाले कुछ लोगों को भी माफ करता हिंदुस्तान है।

वह मेरा भारत देश महान है।

जहां जाति और धर्म पर रोज होती है लड़ाई।

फिर भी हमने प्रेम की रीत है निभाई।

इस देश का यारों क्या कहना। यहां एक हिंदू है एक मुसलमान है।

एक के हाथों में गीता है दूसरे के हाथों में कुरान है।

सब मिल जुल कर रहते इसी का नाम हिंदुस्तान है।

ऊंचा हिमालय इसकी शान है तो गंगा इसका अभिमान है। वतन के लिए हो जाते हैं जो कुर्बान हैं।

वह सिक्ख भाई इस देश की जान हैं।

हिल मिलकर रहना और प्रेम का गहना।इस देश की पहचान है।वह मेरा प्यारा हिंदुस्तान है।।

इस देश का यारों क्या कहना। स्वाभिमान ही जिस का गहना है। रेत के तिलक में बसता अभिमान है।

वह मेरा भारत हिंदुस्तान है।

मेरा भारत महान

महानता का पाठ पढ़ा कर ये नेता

अपनी कमजोरियां छिपाना चाहते हैं

हमें दर्शन, धर्म में जलाकर अपनी रोटियां पकाना चाहते हैं।महान नहीं बनेगा देश पुराणों से

रक्षा करनी होगी अपने प्राणों से

तभी तो कहता हूं हर जन से

चाहो देश को तन मन से।

Annual Function Poems in Hindi

आओ मिलकर हम एनुअल फंक्शन मनाए।

वार्षिक उत्सव में चार चांद लगाएं।

खुशबू से महका है इस प्रांगण का कोना कोना।

हम मिलके मनाएंगे यह उत्सव सलोना।

सब रंगों की है यहां बसंती बेला।

नाच रहा है देखो नन्हे मुन्नों का मेला।

खिल उठा है सब लोगों का चेहरा।

बच्चों के सिर पर बन्धा है कामयाबी का सेहरा।

आओ मिलकर हम एनुअल फंक्शन मनाएं।

वार्षिक उत्सव में चार चांद लगाएं।

वार्षिक उत्सव की थीम है निराली।

पेड़ लगाओ जीवन बचाओ।

फैलेगी जब सब तरफ हरियाली

तो जीवन में होगी खुशहाली।

रंगों में है खुशबू, गीतों में है ताली

अधरों पे है लाली, कानों में पुष्पों की बाली।

पेड़ लगाओ। पर्यावरण बचाओ।

सब तरफ होगी खुशहाली।

मंच संचालन हेतु कविता

कैसा हो कविता का स्वरूप,आओ इस पर मनन करें।

समाज – देश की समस्याओं का कविता में चयन करें।मनोरंजन और प्रेरणाा का स्रोत हो

छोड़कर लकीरें, कुछ नई खोज हो

सौंदर्य- बोध हो पर अश्लीलता का दमन करें।

मनुुष्यत्व को नया आयाम दें

पशुुत्व को विराम दें

रूढ़िवादिता को दफन करें।

मात्र कलम चलाना न कवि का काम हो

कर्म वीरता से भी वह प्रधान हो

कवि जन कला की रोशनी में तपन करें ।

समाज देश की समस्याओं का कविता में चयन करें।

एन्यूल फंक्शन कविता

बांट लिया इंसान को
धरती बांटी, सागर बांटा
मत बांटों इंसान को।

अभी राह तो शुरू हुई है
मंजिल बैठी दूर है
उजियाला महलों में बंदी
हर दीपक मजबूर है।

मिला न सूरज का संदेशा
हर घाटी मैदान को।
धरती बांटी,सागर बांटा
मत बांटों इसान को।
अब भी हरी भरी धरती है

ऊपर नील वितान है
पर न प्‍यार हो तो जग सूना
जलता रेगिस्‍तान है।

अभी प्‍यार का जल देना है
हर प्‍यासी चटटान को
धरती बांटी, सागर बांटा
मत बांटों इंसान को।

साथ उठें सब तो पहरा हों
सूरज का हर द्वार पर
हर उदास आंगन का हक हो
खिलती हुई बहार पर।

रौंद न पाएगा फिर कोई
मौसम की मुस्‍कान को।
धरती बांटी सागर बांटा
मत बांटों इंसान को।

annual Function Anchoring Script एन्यूअल फंक्शन पर और भी कविता हम यहां प्रस्तुत करेंगे। वार्षिक उत्सव पर अच्छी कविताएं और वार्षिक उत्सव शायरी देखने के लिए आप हमारे यहां पर विजिट करें। Annual function poems की दूसरी श्रंखला जल्द ही यहां पर प्रकाशित की जाएगी।

annual function poems PDF in hindi.annual function poems in Hindi.

Comedy Anchoring Script: कॉमेडी एंकरिंग स्क्रिप्ट हिंदी में।

1 thought on “Annual Function Poems:वार्षिक उत्सव पर मंच संचालन के लिए कविता”

Leave a Comment